पांगी घाटी अन्तर तीं अब्बल अब्बल फियुड़ खिलते, जे मेहणु के जिन्दगी अन्तर खुशी आणती। तेन्हि बिचा कुछ इठ असे। अपु सुझाव त अपु जवाब असी लंघाण दिए।