खुश खबरी

खुश खबरी की भोई सकती? नौकरी मेणे, ब्याह भुणे, या लाभ भुणे खबर कि ‘खुश खबरी‘ भोई  सकती ना? इन्ही खबरी बेलि अस खुश त जरूर भुन्ते, पर कुछ रोजे लिए ईं। तोउं नौकरी बि भुन्जाण लगती, ब्याह बि भरोठु ईं लगता। पर चले, इठि यक ईं खबरी बारे पढ़ते, जे हमेशा हमेशा लिए असी खुश कती। की भो ए ‘खुश खबरी‘, पढ़िण दिए त अपफ पता करे। 

सच्ची खुश खबरी से भो, जे हें पूरी उमर भई अब्बल लगता। असी खुश कराणे बझई जोई कोई बि खबर अब्बल ना भोई सकता। पर सिर्फ यके खुश खबरी असा, से भो - परमेश्वर तोउं परेम कता त हमेशा हमेशा लिए तोउ जोई साथ बिशण चहान्ता। तुस परमेश्वरे जे एतु ट्यारे असे कि मौत बि तस तुसी केआं अलग कइ ना बटी।

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